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    भवन एवं बाला पहल

    केंद्रीय विद्यालय राजनांदगांव में भवन को सीखने के सहायक के रूप में (BaLA) पहल को लागू किया गया है ताकि एक अधिक आकर्षक और इंटरैक्टिव सीखने का वातावरण बनाया जा सके। यह अभिनव दृष्टिकोण स्कूल की भौतिक संरचना को सीखने की प्रक्रिया के साथ एकीकृत करता है, जिससे कक्षाओं, गलियारों और बाहरी स्थानों को जीवंत शैक्षिक स्थानों में बदल दिया जाता है।

    केंद्रीय विद्यालय राजनांदगांव में बाला की प्रमुख विशेषताएँ:

    1. शिक्षण स्थान:कक्षाओं और गलियारों में दीवारों और फर्श पर संख्या पैटर्न, वैज्ञानिक चित्र और भौगोलिक मानचित्र जैसी शैक्षिक तत्वों से सजाया गया है।
    2. इंटरैक्टिव स्थापनाएँ:साधारण वास्तु तत्वों, जैसे सीढ़ियों को सीखने के उपकरण में बदल दिया गया है (जैसे, सीढ़ियों को गिनती सिखाने के लिए संख्यांकित करना)।
    3. बाल-अनुकूल वातावरण:सुरक्षा विशेषताएँ जैसे उचित हैंडरेल और रैंप को सूचनात्मक डिजाइनों के साथ एकीकृत किया गया है, जिससे एक सुरक्षित और संरक्षित वातावरण प्रदान किया जाता है जबकि जिज्ञासा और सीखने को प्रोत्साहित किया जाता है।
    4. संसाधन दक्षता: इस पहल में लागत प्रभावी और स्थायी सामग्रियों के उपयोग को बढ़ावा दिया गया है, जिससे आर्थिक व्यावहारिकता सुनिश्चित की जा सके।

    केंद्रीय विद्यालय राजनांदगांव में  बाला का उद्देश्य स्कूल के वातावरण को अधिक आकर्षक, सुरक्षित और बाल-अनुकूल बनाना है, रचनात्मक और आत्म-गति से सीखने को प्रोत्साहित करना और संज्ञानात्मक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है।